हनुमान जयंती: प्रातः काल 4 से रात 9 बजे तक पूजा अर्चना का शुभ मुहूर्त और विशेष कृपा।
आज हनुमान जयंती है। आज के ही दिन हनुमान जी का जनोत्सव मनाया जाता है। हनुमानजी को बल ब्रह्मचारी के रूप में जाना जाता है। इसलिए शुद्धता का बिशेष महत्व रखें। ग्रंथों के अनुसार इनकी पूजा विधान प्रातः 4 से रात के 9 बजे तक किये जा सकते हैं। रामायण के अनुसार माँ सीता ने उन्हें अमरता का वरदान दिया था । “अजर अमर भव पुत्र “ इसी कारण उन्हें अमर माना जाता है।

विशेष कृपा : हनुमान जयंती पर पूजा अर्चना और बिधान तथा राम बाण अचूक उपाय
राम बन अचूक उपाय: अगर जीवन काल में किसी प्रकार की विषम परिस्थति आ गई ऐसे में अपने प्रिये जान के साथ 100 बार एक ही दिन में हनुमान चालीसा का पाठ करे। अगर एक व्यक्ति द्वारा संभव न हो, तो बारी बारी से मदत ले लें किंतु एक दिन में ही पूरा करें। गहि का अखंड दिप प्रज्जोलित करें। (समय लगभग तीन घंटे का लग सकता है) साथ ही साथ उनके इस्ट भगवन राम और माथा जानकी के साथ की भी चित्र या प्रतिमा रखें।
पूजा सामग्री: प्रसाद में लड्डू का विशेष महत्व होता है। तुलसीदल और जल के साथ सिंदूर, जनेऊ, जल के पात्र के साथ पूजा करें। पाठ करते वक्त मन ही मन अपने जरूरतों के बारे में भगवान हनुमान से बताए।ख्याल रहे !आपकी कामना में हित निहित हो।
हनुमान जयंती पर पूजा अर्चना और बिधान तथा राम बाण अचूक उपाय
जैसा की चालीसा में बतया गया है। ‘जो शतबार पाठ कर कोई , चुटहि बंदि महासुख होई।”
इस अचूक उपाय से इंसान बंदि गृह से भी मुक्त हो जाता है। आपके जीवन के गाँठ खुलने लगता है। मन गया है कितनी भी विषम परिस्थति हो यह राम बन अचूक उपाय हमेशा से कारगर सिद्द होती है।
अन्तः सम्पूर्ण पाठ करके आरती के उपरांत प्रसाद वितरण करें राम नाम के साथ सहयोगियों को विदा करें। कलुग कल में हनुमान जी की पूजा ज़्यदा प्रभाव होता है।
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