यूट्यूबर ज्योति आतंकवादी हमले से पहले चीन और पाकिस्तान गई थी मल्होत्रा ने पहलगाम आतंकवादी हमले पाकिस्तान की यात्रा कर चुकी है। तथा उसकी यात्राओं में शामिल चीन की यात्रा है।
जासूसी के आरोप में हिसार की हरियाणा की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा की गिरफ्तारी के दो दिन बाद, हिसार के पुलिस अधीक्षक (एसपी) शशांक कुमार सावन ने रविवार को कहा कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंट (पीआईओ) उसे अपनी संपत्ति बनाने के लिए तैयार कर रहे थे।
उन्होंने खुलासा किया कि मल्होत्रा कई बार पाकिस्तान गई थी, जिनमें पहलगाम आतंकवादी हमले से पहले की यात्रा भी शामिल है, तथा उन्होंने चीन की भी यात्रा की थी।
एसपी सावन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि केंंद्र की एजेंसियों ने हरियाणा पुलिस को सूचित किया है कि सोशल मीडिया (पीआईओ) पर सक्रिय रूप से लोगों की भर्ती किया जा रहा था, ताकि सॉफ्ट नैरेटिव को आगे बढ़ावा दिया जा सके। शुक्रवार को गिरफ्तार किए गए मल्होत्रा को पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है।

यूट्यूबर ज्योति आतंकवादी हमले से पहले चीन और पाकिस्तान गई थी
ट्रैवल ब्लॉगर के तौर पर उसकी पहचान सामने आई, वित्तीय मामलों की जांच चल रही है।
“केंद्रीय एजेंसियों के साथ समन्वय में हरियाणा पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। हम उसकी आय के स्रोतों का पता लगाने के लिए उसके वित्तीय लेन-देन के यात्रा इतिहास को खंघाला जा रहा है।” एसपी सावन ने कहा। “उसकी ज्ञात आय के स्रोत उसकी विदेश यात्रा को उचित नहीं ठहरातेकुछ और भी हो सकता है। हमें बाहरी फंडिंग का संदेह है। सतही तौर पर, वह सिर्फ़ एक ट्रैवल ब्लॉगर थी,” उन्होंने कहा।
एसपी ने पुष्टि की कि मल्होत्रा सीधे पीआईओ के संपर्क में थीं, जिनमें भारत द्वारा अवांछित घोषित किए गए व्यक्ति भी शामिल थे। हालाँकि उनके पास संवेदनशील रक्षा जानकारी तक सीधी पहुँच नहीं थी, लेकिन भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव के दौरान पीआईओ के साथ उनका संचार “खतरनाक” था।
जानकरी के अनुसार उसे,पाकिस्तान में यात्रा के दौरान उच्च-प्रोफ़ाइल हस्तियों से मुलाकात हुई
एसपी सावन ने कहा, “पाकिस्तान की अपनी यात्राओं के दौरान उसने कई हाई-प्रोफाइल लोगों से बातचीत की थी। हालाँकि उसकी गिरफ़्तारी हाल ही में हुई है, लेकिन खुफिया एजेंसियाँ पहले से ही उसकी गतिविधियों पर कड़ी नज़र रख रही थीं।”
जांचकर्ता उसके भारतीय संपर्कों की भी जांच कर रहे हैं, जिन्होंने उसे पीआईओ से मिलवाया होगा और उसकी विदेश यात्राओं में भी खुलकर मदद की होगी। उसके नेटवर्क और इरादों के बारे में सुराग के लिए उसके सोशल मीडिया कंटेंट का विश्लेषण किया जा रहा है।हरियाणा के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) शत्रुजीत कपूर ने सिरसा से कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद कई जिलों में कई “राष्ट्र-विरोधी तत्वों” की पहचान की गई है।
कपूर ने कहा, “जांच के हिस्से के रूप में, हम एक मजबूत आरोपपत्र दाखिल करने और कड़ी सज़ा सुनिश्चित करने के लिए ठोस सबूत इकट्ठा कर रहे हैं। खुफिया एजेंसियां जिला पुलिस इकाइयों के साथ लगातार समन्वय बनाए हुए हैं।”
पुरी दौरे के बारे में खुलासे के बाद ओडिशा पुलिस जांच में शामिल हुई
पीटीआई के अनुसार, ओडिशा पुलिस ने पुरी स्थित एक यूट्यूबर के साथ मल्होत्रा के संबंधों की अपनी जांच शुरू कर दी है। पुरी एसपी विनीत अग्रवाल ने पुष्टि की कि मल्होत्रा सितंबर 2024 में पुरी गई थीऔर एक महिला से मिले थे, जो हाल ही में पाकिस्तान के करतारपुर साहिब की यात्रा पर गई थी।
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जब उनसे पूछा गया कि क्या उस बैठक के दौरान खुफिया जानकारी साझा की गई थी, तो एसपी अग्रवाल ने कहा, “हरियाणा पुलिस जांच का नेतृत्व कर रही है, और हम पूरा सहयोग कर रहे हैं।”
शोसल मिडिया चैट,खुफिया अधिकारियों के साथ बैठकें
मल्होत्रा, जिसकी उम्र 33 वर्ष है। ट्रैवल विद जेओ नामक एक यूट्यूब ट्रैवल चैनल चलाती हैं, जिसके 3.77 लाख से ज़्यादा सब्सक्राइबर हैं। उन्हें 16 मई को हिसार के न्यू अग्रसेन एक्सटेंशन स्थित उनके आवास से गिरफ़्तार किया गया था और उन पर आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम, 1923 की धारा 3 और 5 तथा भारतीय न्याय संहिता की धारा 152 के तहत मामला दर्ज किया गया था।
हिसार सिविल लाइन्स पुलिस स्टेशन में दर्ज एफआईआर में कहा गया है कि मल्होत्रा की मुलाकात 2023 में वीजा लेने के लिए पाकिस्तान उच्चायोग में एहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश से हुई थी। दानिश ने उसे अली अहवान से मिलवाया, जिसने उसके रहने की व्यवस्था की और पाकिस्तानी सुरक्षा अधिकारियों शाकिर और राणा शाहबाज के साथ आगे की मुलाकातों का प्रबंध किया।
एफआईआर के अनुसार कहा गया है, “उसने शक से बचने के लिए शाकिर का संपर्क ‘जट रंधावा‘ के रूप में सहेजा था।” भारत लौटने के बाद, मल्होत्रा ने कथित तौर पर व्हाट्सएप, टेलीग्राम और स्नैपचैट जैसे एन्क्रिप्टेड ऐप के माध्यम से गुर्गों के साथ संचार जारी रखा।
वह दिल्ली में पाकिस्तान उच्चायोग में कई बार दानिश से मिली। एफआईआर में आगे आरोप लगाया गया है कि मल्होत्रा हरियाणा और पंजाब में संचालित एक व्यापक जासूसी नेटवर्क का हिस्सा थी, जिसमें एजेंट, मुखबिर और वित्तीय संचालक शामिल थे।
एफआईआर में कहा गया है, “उसने शक से बचने के लिए शाकिर का संपर्क ‘जट रंधावा’ के नाम से सेव किया।” भारत लौटने के बाद, मल्होत्रा ने कथित तौर पर व्हाट्सएप, टेलीग्राम और स्नैपचैट जैसे एन्क्रिप्टेड ऐप के ज़रिए गुर्गों से बातचीत जारी रखा था।
वह दिल्ली में पाकिस्तान उच्चायोग में कई बार दानिश से मिली। एफआईआर में आगे आरोप लगाया गया है कि मल्होत्रा हरियाणा और पंजाब में संचालित एक व्यापक जासूसी नेटवर्क का हिस्सा थी, जिसमें एजेंट, मुखबिर और वित्तीय संचालक शामिल थे।
उनमें से दानिश को अवांछित व्यक्ति घोषित किया गया
13 मई को भारत सरकार ने दानिश को उसकी राजनयिक स्थिति के अनुरूप गतिविधियों में शामिल होने के लिए “अवांछित व्यक्ति” घोषित किया और उसे 24 घंटे के भीतर देश छोड़ने का आदेश दिया।
दो दिन पहले पंजाब पुलिस ने दानिश से जुड़े एक मामले में मलेरकोटला से एक महिला समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया था।
पूछताछ करने पर मल्होत्रा के पिता ने आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि ये परिवार को बदनाम करने की साजिश है।
उनकी गिरफ्तारी कैथल के 25 वर्षीय स्नातकोत्तर छात्र देवेंद्र सिंह की हिरासत के ठीक एक दिन बाद हुई, जिस पर पीआईओ से कथित संबंध होने का आरोप है। इससे पहले शामली के 24 वर्षीय नौमान इलाही को भी इसी तरह के आरोपों के तहत पानीपत में गिरफ्तार किया गया था। ऐसा लगता है कहि न कही एक दूसरे के तर जुड़े हुए हो, अब इस सबका खुलासा जाँच के बाद ही लग पायेगा।
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