ब्रिक्स में प्रधानमंत्री मोदी काआतंकादियों के खिलाप हुंकार, आतंकवादियों के खिलाफ प्रतिबंध लगाने में कोई हिचकिचाहट नहीं होनी चाहिए।
प्रधानमंत्री मोदी ने ब्रिक्स में नेताओं से कहा कि भारत आतंकवाद का पीड़ित है, जबकि पाकिस्तान इसका समर्थक है तथा पीड़ितों और समर्थकों को एक ही तराजू पर नहीं तौला जा सकता।
ब्राजील ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन के दौरान रविवार को आतंकवादियों को पनाह देने और प्रायोजित करने के लिए पाकिस्तान पर तीखा हमला किया, साथ ही उन्होंने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादी हमले की निंदा करने में भारत के साथ खड़े होने वाले देशों को धन्यवाद दिया।
ब्रिक्स में प्रधानमंत्री मोदी काआतंकादियों के खिलाप हुंकार
प्रधानमंत्री मोदी ने ब्रिक्स नेताओं से कहा कि भारत आतंकवाद का शिकार है, जबकि पाकिस्तान इसका समर्थक है। पीड़ितों और समर्थकों को एक ही तराजू पर नहीं तौला जा सकता। अपने भाषण में प्रधानमंत्री ने कहा: “आतंकवाद मानवता के सामने सबसे गंभीर चुनौतियों में से एक है। हाल ही में भारत को पहलगाम में एक अमानवीय और कायराना आतंकवादी हमले का सामना करना पड़ा। यह पूरी मानवता पर हमला था।”
शांति और सुरक्षा पर बात करते हुए श्री मोदी नें एक सत्र में अपने संबोधन में कहा कि पहलगाम में हुआ “कायरतापूर्ण” आतंकी हमला भारत की “आत्मा, पहचान और गरिमा” पर सीधा प्रहार है।
पीएम ने कहा। “वैश्विक शांति और समृद्धि के लिए, ब्रिक्स देशों को आतंकवाद पर काबू पाने के लिए एक स्पष्ट और एकीकृत रुख अपनाना चाहिए। आतंकवाद जैसे विषय पर दोहरे मानदंडों के लिए कोई जगह नहीं है! अगर कोई देश आतंकवाद को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से समर्थन देता है, तो उसे इसकी कीमत चुकानी होगी,
ब्रिक्स में प्रधानमंत्री मोदी काआतंकादियों के खिलाप हुंकार
प्रधानमंत्री ने आतंकवाद से निपटने के लिए एकजुट प्रयासों का जोरदार आह्वान किया और कहा कि आतंकवादियों के खिलाफ प्रतिबंध लगाने में कोई हिचकिचाहट नहीं होनी चाहिए।
प्रधानमंत्री ने आगे कहा, “आतंकवादियों के खिलाफ प्रतिबंध लगाने में बिल्कुल भी हिचकिचाहट नहीं होनी चाहिए। हम आतंकवाद के पीड़ितों और उसके समर्थकों को एक ही तराजू पर नहीं तौल सकते। व्यक्तिगत या राजनीतिक हितों के लिए आतंकवाद को कोई भी मौन समर्थन या मंजूरी अस्वीकार्य होनी चाहिए।”
अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर पीएम ने ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में अपना भाषण साझा करते हुए लिखा, “ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान ‘शांति और सुरक्षा तथा वैश्विक शासन में सुधार’ पर सत्र में शांति और भाईचारे के मूल्यों के प्रति भारत की प्रतिबद्धता दोहराई। आखिरकार, विश्व शांति और सुरक्षा हमारे साझा हितों और भविष्य की नींव हैं।”
यहाँ देखें:
There must be absolutely no hesitation in imposing sanctions against terrorists. We cannot weigh victims of terrorism and its supporters on the same scale. Any silent support or approval to terrorism for personal or political interests must be unacceptable.
— Narendra Modi (@narendramodi) July 6, 2025
उन्होंने कहा, “भारत महात्मा गांधी और गौतम बुद्ध की भूमि है और हमारा मानना है कि चाहे परिस्थितियां कितनी भी कठिन क्यों न हों, शांति का मार्ग ही मानवता के कल्याण के लिए सबसे अच्छा विकल्प है। और भारत इस दिशा में हर संभव प्रयास करेगा।” अपने संबोधन में मोदी ने गाजा की स्थिति पर भी गंभीर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा, “गाजा में मानवीय स्थिति बहुत चिंता का विषय है।”
भारत के मुखिया और मानवता के मूल्यों के आधार पर पीएम ने आतंकवाद को जड़ से हटाने का पूरजोड़ समर्थन करते हैं। उन्होंने सम्मनिय देश को एक जुट होने का आवाहन किया।
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