नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ 2025 मतगणना प्रक्रिया अपडेट यह प्रक्रिया नॉर्थ कैंपस स्थित यूनिवर्सिटी स्पोर्ट्स स्टेडियम में चल रहा है।
पहले दौर की मतगणना परिणाम:
अध्यक्ष: आर्यन मान – 1,696 वोट, उपाध्यक्ष: गोविंद तंवर – 1,202, सचिव: कुणाल चौधरी – 1,410 वोट संयुक्त सचिव: दीपिका झा – 1,315 वोट
एनएसयूआई उम्मीदवार: अध्यक्ष: जोसलिन नंदिता चौधरी – 714 वोट उपाध्यक्ष: राहुल झांसला – 1,606 वोट सचिव: कबीर – 845 वोट संयुक्त सचिव: लवकुश भरदाना – 877 वोट
मुख्य चुनाव अधिकारी का कहना है, कि कॉलेजों में इस्तेमाल की गई ईवीएम की संख्या के आधार पर मतगणना 18 से 20 राउंड तकचलने की उम्मिद है। जैसे ही पहला दौर समाप्त हुआ, प्रारंभिक रुझान सामने आ गए, छात्र प्रदर्शन के प्रारंभिक प्रभाव को पेश करते हैं।
दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ 2025 मतगणना प्रक्रिया अपडेट:
दिल्ली विश्वविद्यालय के उत्तरी परिसर के बाहर कड़ी सुरक्षा घेरा के अंदर प्रकिर्या चल रही है। क्योंकि DUSU चुनाव के परिणाम आज घोषित होने वाले हैं।
VIDEO | Delhi: Counting of votes underway for Delhi University Students’ Union (DUSU) elections; results to be declared after 20 rounds.
(Full video available on PTI Videos- https://t.co/dv5TRARJn4) pic.twitter.com/ySLfeXlMod
— Press Trust of India (@PTI_News) September 19, 2025
उत्तर परिसर के यूनिवर्सिटी स्पोर्ट्स स्टेडियम स्थित मतों की गिनती मल्टीपर्पज हॉल में हो रही है।
मुख्य चुनाव अधिकारी प्रोफेसर राज किशोर शर्मा मतगणना सुबह 8 बजे निर्धारित थी और हमने प्रक्रिया शुरू कर दी है। हम उम्मीदवारों की उपस्थिति में स्ट्रांग रूम खोल रहे हैं। इस प्रक्रिया के लिए बड़ी संख्या में कर्मचारियों को तैनात किया गया है। ईवीएम के आधार पर मतगणना लगभग 18 से 20 राउंड तक चलेगी, जिसके बाद परिणाम घोषित किए जाएँगे। इस साल मतदान प्रतिशत पिछले साल की तुलना में ज्यादा अच्छा रहा, जिसमें 4 प्रतिशत की वृद्धि देखीगयी है।
दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ 2025 मतगणना प्रक्रिया अपडेट
महिला उम्मीदवारों की बढ़ती संख्या के साथ एक जोशीले अभियान के बाद, अब सभी की निगाहें अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव और संयुक्त सचिव के चार प्रमुख पदों के लिए एबीवीपी, एनएसयूआई और वामपंथी गठबंधन (आइसा-एसएफआई) के बीच होने वाले मुकाबले पर टिकी हैं।
VIDEO | Security beefed up outside Delhi University campus as results for DUSU polls are to be announced today. The voting for DU Students’ Union (DUSU) polls took place yesterday.#DUSU #DusuElections2025
(Full video available on PTI Videos – https://t.co/n147TvqRQz) pic.twitter.com/fsTsUDvYYh
— Press Trust of India (@PTI_News) September 19, 2025
गुरुवार को डूसू चुनाव में छात्रों ने काफी शांतिपूर्वक मतदान किया, हालांकि कथित मतदान कदाचार को लेकर एनएसयूआई और एबीवीपी के बीच तीखे बहस मतभेद उभरे।
दिल्ली विश्वविद्यालय के चुनाव कॉलेज और विश्वविद्यालय संघ के सदस्यों के चुनाव के लिए थे। नतीजे शुक्रवार को आज घोषित किए जाएँगे।
परिसर की सड़कें, प्रचार की कागज होडिग के साथ भरी रहती थी किन्तु अब साफ़ और शांत दिख रही थीं। तेज ध्वनी, शोर अब कम था। सुबह मतदान कतार कम था, लेकिन दोपहर तक मतदान केंद्रों पर लंबी कतारें लगने के कारण मतदान प्रतिशत बढ़ गया।
इस साल के चुनावों में बेहतर प्रवर्तन उपाय और कड़ी निगरानी देखी गई। 600 से ज़्यादा पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था, और चुनाव प्रचार पर कड़े प्रतिबंध लगाए गए थे। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए लगाए गए कई बैरिकेड्स पर सुरक्षाकर्मियों ने छात्रों के पहचान पत्रों की बारीकी से जाँच की।
पिछले साल के विवाद के बाद उठाए गए यह कदम हैं, जब दिल्ली उच्च न्यायालय ने उम्मीदवारों द्वारा परिसरों और बाहर व्यापक रूप से संपत्ति को नुकसान पहुँचाने की शिकायतें सामने आने के बाद मतगणना पर रोक लगा दी थी। छात्र हवा में पर्चे उछालते देखे गए, जिससे परिसर की सड़कें बहुत गन्दी दिखने लगे थे।
भारतीय राष्ट्रीय छात्र संघ (एनएसयूआई) और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के समर्थकों ने भी रामजस कॉलेज के पास जवाबी नारे लगाए। DUSU के मुख्य चुनाव अधिकारी राज किशोर शर्मा ने बाद में बताया कि मतदान शांतिपूर्ण रहा। मतदान समाप्त होने के बाद, ईवीएम को विश्वविद्यालय के खेल परिसर स्थित बहुउद्देशीय हॉल में बने स्ट्रांग रूम में रख दिया गया।
इस साल मतदान प्रतिशत में पिछले साल की तुलना में थोड़ा सुधार हुआ है। मतदान दो चरणों में सुबह 8.30 से दोपहर 1 बजे और दोपहर 3 बजे से शाम 7.30 बजे तक हुआ। 52 कॉलेजों और विभागों में कुल 60,272 वोट डाले गए। कुल 1,53,100 मतदाता हैं। शुक्रवार को यह संख्या बढ़ सकती है।
विश्वविद्यालय ने 195 बूथों पर 700 ईवीएम मशीनें लगाईं। केंद्रीय पैनल के 4 पदों के लिए कुल 21 उम्मीदवार मैदान में हैं।
मिरांडा हाउस की अंग्रेजी ऑनर्स की दिव्यांग छात्रा केशवी ने कहा: “मैं बदलाव चाहती हूँ, खासकर दिव्यांगजनों के लिए बेहतर अधिकार और समावेशन।” हिंदू कॉलेज की एक अन्य छात्रा ने कहा कि बुनियादी ढाँचे में सुधार वोट तय करने में एक प्रमुख कारक होगा। कुछ कॉलेजों में ईवीएम में गड़बड़ी की खबरें आईं।
रामजस कॉलेज में दो मशीनों में खराबी आने के कारण मतदान लगभग 10 मिनट तक रुका रहा। मिरांडा हाउस में पाँच मशीनों में से एक में खराबी आ गई, लेकिन उसे तुरंत ठीक कर दिया गया। किरोड़ीमल में एक उम्मीदवार के नाम के आगे स्याही का निशान दिखने से चुनावी धांधली के आरोप लगे।
कॉलेज स्तर पर यूनियनों के चुनावों ने गुरुवार को भ्रम की स्थिति को और बढ़ा दिया, विशेषकर प्रथम वर्ष के छात्रों के लिए।
मिरांडा हाउस में, कई छात्र अपना पहला वोट डालने के लिए डेढ़ घंटे से ज़्यादा समय तक कतार में खड़े रहे। बीए कर रही और पहली बार वोट देने वालीं, दोनों सहेलियों, सान्वी और श्रेया ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि रोज़मर्रा की समस्याओं का समाधान होगा। सान्वी ने कहा, “मुझे लगता है कि बेहतर वाई-फ़ाई और कक्षाओं में एयर-कंडीशनिंग जैसी ज़्यादा सुविधाएँ हो सकती हैं।”
रामजस में नई छात्रा रिया ने कहा, “हर कोई सस्ते परिवहन की बात करता है। मुझे उम्मीद है कि ये वादे पूरे होंगे क्योंकि यह मेरे जैसे दिल्ली के बाहर से आने वाले लोगों के लिए वाकई मायने रखता है।”
कदाचार के आरोप भी लगे।
एनएसयूआई ने एबीवीपी पर वोटों में हेराफेरी का आरोप लगाया है। किरोड़ीमल, हिंदू और हंसराज कॉलेजों में कथित गड़बड़ी की खबरों के बाद, एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष वरुण चौधरी ने एबीवीपी के अध्यक्ष पद के उम्मीदवार का नामांकन तुरंत रद्द करने की मांग की है। उन्होंने कहा, “छात्र इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। वे एबीवीपी की बेईमानी का जवाब अपने वोट से देंगे।”
एनएसयूआई अध्यक्ष जोसलिन नंदिता चौधरी ने हिंदी में एक्स पर लिखा, “मैं हंसराज और किरोड़ीमल विधानसभा क्षेत्रों में गई हूँ, और हर ईवीएम मशीन पर आर्यन मान (एबीवीपी) के सामने नीली स्याही का निशान लगा है। खुलेआम वोटों से छेड़छाड़ हो रही है।” एनएसयूआई के निवर्तमान डूसू अध्यक्ष रौनक खत्री ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराते हुए आरोप लगाया कि एबीवीपी ने वोटों से छेड़छाड़ की है।
एबीवीपी ने इस दावे को खारिज करते हुए इसे एनएसयूआई की “हताशा” बताया। एबीवीपी के राष्ट्रीय महासचिव वीरेंद्र सिंह सोलंकी ने कहा, “एनएसयूआई एबीवीपी की बढ़ती लोकप्रियता से घबरा गई है और बेबुनियाद आरोप लगा रही है। सीसीटीवी फुटेज की समीक्षा होनी चाहिए। इससे एनएसयूआई के झूठ का पर्दाफाश हो जाएगा।”
एबीवीपी दिल्ली के राज्य सचिव सार्थक शर्मा ने कहा, “जिस तरह कांग्रेस हर हार के बाद ईवीएम को दोष देती है, एनएसयूआई भी उसी राह पर चल रही है।” कुछ एबीवीपी सदस्यों ने खत्री पर बाहरी लोगों के साथ किरोड़ीमल में घुसने और छात्रों को चोटें पहुंचाने का आरोप लगाया।
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