दिल्लीआतिशबाजी का परिणाम वायु गुणवत्ता श्रेणी रेड ज़ोन में पहुँच गई।
हर वर्ष के तरह इस वर्ष भी दिल्ली में प्रदूषण का स्तर काफी दूषित है ज़्यादातर निगरानी केंद्रों ने प्रदूषण का स्तर ‘बेहद खराब’ से लेकर ‘गंभीर’ बताया। सुप्रीम कोर्ट द्वारा हरित पटाखों के इस्तेमाल के समय को मंजूरी दिए जाने के बावजूद, शहर का AQI 344 तक पहुँच गया, जिससे और गिरावट की आशंका है।
नई दिल्ली: सोमवार रात को जब राष्ट्रीय राजधानी के लोग आतिशबाजी के साथ दिवाली मना रहे थे, तब दिल्ली की वायु गुणवत्ता में भारी गिरावट आई और अधिकांश निगरानी केंद्र ‘रेड जोन’ में पहुंच गया।
दिल्लीआतिशबाजी का परिणाम वायु गुणवत्ता श्रेणी रेड ज़ोन

यद्यपि सर्वोच्च न्यायालय ने दिल्ली में त्यौहार के दिन रात्रि 8 बजे से 10 बजे के बीच हरित पटाखों के उपयोग की अनुमति दी थी,किन्तु भावनात्मक उधेड़ बन मे जनता अपनी प्रतिबद्धता को कायम नहीं रख पता है। समय सिमा भी उत्सव निर्धारित समय से काफी आगे तक जारी रहा।
आंकड़ों से पता चला है कि 38 में से 36 निगरानी केंद्रों ने प्रदूषण का स्तर ‘रेड ज़ोन’ में दर्ज किया है, जो पूरे शहर में ‘बेहद खराब’ से ‘गंभीर’ वायु गुणवत्ता का संकेत देता है। मंगलवार की सुबह के दृश्यों में अक्षरधाम आंशिक रूप से धुंध से ढका हुआ दिखाई दे रहा है। दिल्ली-एनसीआर में स्टेज II (GRAP-2) उपाय लागू किये गए हैं।
दिल्लीआतिशबाजी का परिणाम वायु गुणवत्ता श्रेणी रेड ज़ोन
VIDEO | Delhi: Akshardham Temple shrouded in a thin blanket of smog as air quality dips to the ‘poor’ category.
Stage II (GRAP-2) measures have been invoked in Delhi-NCR.#Delhi #AirPollution #Smog
(Full video available on PTI Videos – https://t.co/n147TvrpG7) pic.twitter.com/1PdiFeC4Rm
— Press Trust of India (@PTI_News) October 21, 2025
रात 10 बजे तक, दिल्ली का समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 344 पर ‘बहुत खराब’ के रूप में वर्गीकृत किया गया था, जिसमें चार स्टेशनों ने 400 से ऊपर ‘गंभीर’ स्तर की सूचना दी थी। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) द्वारा विकसित समीर ऐप के अनुसार, सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्र द्वारका (417), अशोक विहार (404), वजीरपुर (423), और आनंद विहार (404) थे।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, शहर का 24 घंटे का औसत AQI, जो प्रतिदिन शाम 4 बजे रिपोर्ट किया जाता है, 345 पर ‘बहुत खराब’ श्रेणी में रहा, जो रविवार के 326 से अधिक है।
दोपहर में, 31 स्टेशनों ने वायु गुणवत्ता ‘बेहद खराब’ दर्ज की, जबकि तीन ‘गंभीर’ श्रेणी में रहे। अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि मंगलवार और बुधवार को वायु गुणवत्ता और बिगड़ सकती है, और व्यापक रूप से ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुँच सकती है। सीपीसीबी 0 से 50 के बीच के एक्यूआई को ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच के एक्यूआई को ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच के एक्यूआई को ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच के एक्यूआई को ‘खराब’, 301 से 400 के बीच के एक्यूआई को ‘बेहद खराब’ और 401 से 500 के एक्यूआई को ‘गंभीर’ श्रेणी में रखता है।
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निर्णय समर्थन प्रणाली (DSS) के आंकड़ों के अनुसार, सोमवार को दिल्ली के प्रदूषण में परिवहन उत्सर्जन का योगदान 15.6 प्रतिशत था, जबकि उद्योगों सहित अन्य स्रोतों का योगदान 23.3 प्रतिशत था। रविवार को, वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने दिल्ली-एनसीआर में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के दूसरे चरण को लागू किया। यह निर्णय शनिवार को GRAP उप-समिति द्वारा की गई समीक्षा और भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) तथा भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान (IITM) के पूर्वानुमानों के बाद लिया गया।
इससे पहले, 15 अक्टूबर को, सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली-एनसीआर में सुबह 6 बजे से शाम 7 बजे तक, और दिवाली की पूर्व संध्या और त्यौहार के दिन रात 8 बजे से 10 बजे तक हरित पटाखों की बिक्री और फोड़ने की अनुमति दी थी। (समाचार आभार एजेंसी) नवीनतम अपडेट, के साथ ही दिवाली की ढेरो शुभकामनाऐं !
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