महाराष्ट्र में मूर्ति ढहने की घटना पर पीएम आहत बोले: ‘अपने भगवान छत्रपति शिवाजी महाराज से माफी मांगें माफ़ी’
पीएम मोदी ‘जो लोग छत्रपति शिवाजी महाराज को अपना देवता मानते हैं और उन्हें इससे गहरा दुख पहुंचा है, मैं उनसे सिर झुकाकर माफी मांगता हूं:
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एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वभावत: जनता के दिलों में राज करते हुए दिखे। उन्होंने आज छत्रपति शिवाजी और उन सभी लोगों से माफ़ी मांगी, जो राजकोट किले में महान शासक की प्रतिमा के उद्घाटन के आठ महीने बाद ढहने से आहत हुए हैं।
पीएम मोदी नेमहाराष्ट्र के पालघर में कहा, “जब मैं यहां पहुंचा, तो मैंने सबसे पहले प्रतिमा ढहने पर शिवाजी से माफ़ी मांगी। तथा वे बेहद आहत हुए उन्होंने कहा कि लोगों से भी माफ़ी मांगता हूं, जो इ स ढहने से ठेस पहुंची है।” उन्होंने कहा, “जो लोग छत्रपति शिवाजी महाराज को अपना देवता मानते हैं और उन्हें इससे गहरा दुख पहुंचा है, मैं उनसे सिर झुकाकर माफ़ी मांगता हूं। हमारे मूल्य अलग-अलग हैं। लेकिन हमारे लिए, हमारे देवता से बड़ा और कुछ नहीं है।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को महाराष्ट्र में मूर्ति ढहने पर पीएम मोदी आहत सिर झुकाकर माफी
“…छत्रपति शिवाजी महाराज हमारे लिए सिर्फ़ एक नाम नहीं हैं…आज मैं अपने भगवान छत्रपति शिवाजी महाराज के सामने सिर झुकाकर माफ़ी मांगता हूं। हमारे मूल्य अलग हैं, हम वो लोग नहीं हैं जो भारत माता के महान सपूत, इस धरती के सपूत वीर सावरकर को गाली देते और अपमानित करते रहते हैं। वे माफ़ी मांगने को तैयार नहीं हैं, वे अदालत जाकर लड़ने को तैयार हैं…” पालघर में पीएम मोदी ने कहा।
देखें ANI की रिपोर्ट:
#WATCH | Palghar, Maharashtra: PM Narendra Modi speaks on the Chhatrapati Shivaji Maharaj’s statue collapse incident in Malvan
He says, “Those who consider Chhatrapati Shivaji Maharaj as their deity and have been deeply hurt, I bow my head and apologise to them. Our values are… pic.twitter.com/oLaDLDaWbI
— ANI (@ANI) August 30, 2024
प्रधानमंत्री ने याद किया कि कैसे 2013 में भाजपा द्वारा उन्हें प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाए जाने के बाद, वे रायगढ़ में छत्रपति शिवाजी महाराज की समाधि के सामने “एक भक्त के रूप में” बैठे और एक नई यात्रा शुरू की। प्रधानमंत्री ने कहा, “जो लोग छत्रपति शिवाजी महाराज को अपना देवता मानते हैं और उन्हें बहुत ठेस पहुंची है, मैं उनसे सिर झुकाकर माफी मांगता हूं। हमारे मूल्य अलग हैं। हमारे लिए, हमारे देवता से बड़ा कुछ नहीं है…” प्रधानमंत्री मोदी की यह टिप्पणी 26 अगस्त को छत्रपति शिवाजी महाराज की 35 फीट ऊंची प्रतिमा के ढहने को लेकर चल रहे विवाद के बीच आई है।
महाराष्ट्र में मूर्ति ढहने पर पीएम मोदी आहत सिर झुकाकर माफी वे सामने “भक्त की तरह” बैठे और एक नई यात्रा शुरू की।
शुक्रवार को पुलिस ने बताया कि प्रतिमा के ढहने से संबंधित एफआईआर में नामित संरचनात्मक सलाहकार चेतन पाटिल को कोल्हापुर में गिरफ्तार किया गया है। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के एक बयान के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी ने शुक्रवार को महाराष्ट्र का दौरा किया और पालघर में लगभग 76,000 करोड़ रुपये की लागत वाली वधवन बंदरगाह परियोजना की आधारशिला रखी। उन्होंने पालघर जिले में 1,560 करोड़ रुपये की 218 मत्स्य परियोजनाओं की आधारशिला भी रखी है। फ़िलहाल मूर्ति रिपीयर या उससे सबंधित कार्य सुचारु रूप से चल रहा है। इस मामले पर विपक्षी लगातार हमलावर है। शिवाजी की मूर्ति सबंधित अपडेट के लिए बने रहें हमारे साथ।
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लापरवाही की पूरी तस्वीर और तत्काल कार्यवाही की पूरी तस्वीर आप देख सकते है।