प्रवासी भारतीय दिवस 2025 के उद्घाटन समारोह में पीएम मोदी ने 18वें प्रवासी भारतीय दिवस का उद्घाटन किया। बताया 10 वर्षों में तेजी से विकास बतया।
प्रधानमंत्री मोदी ने गुरुवार को ओडिशा में 18वें प्रवासी भारतीय दिवस का शुभारंभ किया और बताया पिछले 10 वर्षों में भारत के तेजी से हुई ,आर्थिक विकास की सराहना की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को प्रवासी भारतीय दिवस के 18वें संस्करण का उद्घाटन किया और इस बात पर प्रकाश डाला कि पिछले दस वर्षों में अन्य देश भारत की ओर देखने लगे हैं। प्रधानमंत्री ने केंद्र और राज्य के मंत्रालयों और विभागों की चार प्रदर्शनियों और प्रचार स्टॉलों का उद्घाटन किया और उनका दौरा भी किया।
पीएम मोदी ने 18वें प्रवासी भारतीय दिवस का उद्घाटन किया
उद्घाटन समारोह 2025 के दौरान पीएम मोदी ने कहा, “बस अब कुछ ही दिनों में प्रयागराज में महाकुंभ शुरू हो जाएगा।माघ बिहू का त्योहार भी आने वाला है साथ ही साथ मकर संक्रांति भी, हर जगह खुशी का माहौल है। हमारे लिए, यह 1915 में आज ही का दिन था जब महात्मा गांधी लंबे समय के बाद विदेश से भारत वापस आए थे।”
भारत में आर्थिक विकास के लिए सरकार के प्रयासों की सराहना करते हुए पीएम मोदी ने कहा, “पिछले 10 वर्षों में 25 करोड़ से अधिक लोगों को गरीबी से उबारा गया है। भारत अब दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था भी है और जल्द ही यह तीसरे स्थान पर पहुंच जाएगा।”
प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि भारत के युवा शक्ति कौशलता से संपन्न है। उन्होंने कहा, “भारत में तेजी से हो रहे आर्थिक और कौशल विकास को दुनिया भर में देखा जा रहा है। आज दुनिया भारत को सुनती है, जो न केवल अपने विचार रखता है, बल्कि वैश्विक दक्षिण के विचार भी रखता है।”
पीएम मोदी ने 18वें प्रवासी भारतीय दिवस का उद्घाटन किया
09 जनवरी, 2025 17:17
विदेश से आए मेहमानों ने पारंपरिक ओडिया व्यंजनों का लुत्फ़ उठाया
प्रवासी भारतीय दिवस (पीबीडी) सम्मेलन में भाग लेने के लिए विदेश से ओडिशा आए मेहमानों ने दालों और करी से लेकर मिठाइयों तक के खास ओडिया व्यंजनों का लुत्फ़ उठाया।
उन्होंने ‘दालमा’ (सब्जियों के साथ दाल का मिश्रण), ‘सागा मुगा’ (पत्ती-मूंग दाल), ‘कुकुड़ा आलू झोला’ (चिकन करी) और ‘चेनापोड़ा’ (बेक्ड पनीर मिठाई) जैसे पारंपरिक व्यंजनों का लुत्फ़ उठाया।
हालांकि बाहर से आए मेहमानों के लिए उत्तर भारतीय और कॉन्टिनेंटल भोजन की उत्तम व्यवस्था की गई थी, लेकिन एनआरआई ने स्वादिष्ट ओडिया व्यंजन का स्वाद चखने के बाद उनकी खुशी की सिमा न रही।
“पहली बार, मैंने ओडिया व्यंजन सागा मुगा, दालमा, रसगुल्ला और चौला खीरी का स्वाद चखा। कनाडा से आए एनआरआई के वी राठी ने कहा, “ये मसालेदार नहीं थे और इनका स्वाद लाजवाब था।” एनआरआई रमन तांगा ने ओडिया भोजन और राज्य द्वारा पेश किए गए आतिथ्य की प्रशंसा करते हुए कहा कि मीठे व्यंजन मुंह में पानी ला देने वाले हैं। उन्होंने बताया कि दाल और सब्जियों का मिश्रण दालमा भी अच्छा था। – पीटीआई।
भारतीय प्रवासी दिवस को समझने के लिए आप भारत सरकार के इस पोर्टल पैर विजिट कर सकते हैं।
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