मैं मोदी से नफरत नहीं करता: अमेरिकी यूनिवर्सिटी में राहुल गांधी का ताजा बयान आया।
कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी तीन दिवसीय यात्रा पर अमेरिका में हैं।
नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा है कि वास्तव में मोदी से नफरत नहीं करता राहुल गांधी का ताजा बयान वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से नफरत नहीं करते। बल्कि, वह उनसे सहानुभूति रखते हैं। अमेरिका के वाशिंगटन डीसी में जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी में एक कार्यक्रम में राहुल गांधी ने कहा, “आपको आश्चर्य होगा, लेकिन मैं वास्तव में मोदी से नफरत नहीं करता। मैं उनके नजरिए से सहमत नहीं हूं,उनका अपना नजरिया है, लेकिन मैं उनसे नफरत नहीं कर सकता हूँ ।”
वास्तव में मोदी से नफरत नहीं करता राहुल गांधी का ताजा बयान
I don’t hate Mr. Modi.
He has a point of view; I don’t agree with the point of view, but I don’t hate him.
He has a different perspective, and I have a different perspective.
: Shri @RahulGandhi at the Georgetown University
📍Washington DC pic.twitter.com/y3p5OW4CTE
— Congress (@INCIndia) September 10, 2024
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गाँधी ने कहा जो अमेरिका की तीन दिवसीय यात्रा पर गए हुए हैं , “वास्तव में मैं खुद कई बार उनके साथ सहानुभूति रखता हूं। वह मेरे लिए दुश्मन हैं। मुझए लगता है उनका नजरिया अलग है, मेरा नजरिया भी अलग है। वह जो कर रहे हैं, उसके प्रति मेरे मन में सहानुभूति और करुणा है। और मुझे लगता है कि उनके और मेरे बीच की स्थिति के बजाय यह स्थिति कहीं बेहतर है। मुझे नहीं लगता कि यह कोई उत्पादक स्थिति है।”
वास्तव में मोदी से नफरत नहीं करता राहुल गांधी का ताजा बयान
कांग्रेस नेता ने अपनी अमेरिका यात्रा के दौरान कई संवादों को संबोधित किया और व्यापक मुद्दों पर बात की। उनकी टिप्पणियों की भाजपा ने तीखी आलोचना की है और उन पर विदेश में भारत का अपमान करने का आरोप लगाया है।
भाजपा के वैचारिक अभिभावक आरएसएस पर निशाना साधते हुए श्री गांधी ने टेक्सास में एक सभा में कहा कि आरएसएस का मानना है कि भारत एक विचार है, जबकि कांग्रेस इसे विचारों की बहुलता मानती है। उन्होंने कहा, “यही लड़ाई है।” कार्यबल में भारतीय महिलाओं की कम भागीदारी पर बोलते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि महिलाओं के प्रति बड़ी संख्या में भारतीय पुरुषों का रवैया हास्यास्पद है। उन्होंने कहा कि यह रवैया भाजपा और विपक्ष के बीच वैचारिक लड़ाई का भी हिस्सा है। उन्होंने कहा, “भाजपा/आरएसएस का मानना है कि महिलाओं को एक खास भूमिका तक सीमित रखा जाना चाहिए, उन्हें घर पर रहना चाहिए, खाना बनाना चाहिए, उन्हें ज्यादा बात नहीं करनी चाहिए, हमारा मानना है कि महिलाओं को वह सब करने की अनुमति दी जानी चाहिए जो वे करना चाहती हैं।”
श्री राहुल गांधी ने यह भी कहा कि लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद “बीजेपी का डर” गायब हो गया है। उन्होंने कहा, “चुनाव के नतीजों के कुछ ही मिनटों के भीतर, कोई भी बीजेपी और भारत के प्रधानमंत्री से नहीं डरता था। ये बहुत बड़ी उपलब्धियां हैं, हमारी या कांग्रेस की नहीं, बल्कि भारत के लोगों की है, जिन्होंने मौका दिया और महसूस किया कि हम संविधान के खिलाप आने वाले हमलों को बर्दाश्त नहीं कर सकेंगे “
कांग्रेस नेता ने भारत की तुलना बेरोजगारी के मुद्दे पर चीन से केर दी।
पश्चिम और भारत में भी में रोजगार की समस्या है। … किन्तु दुनिया के कई देशों में बेरोजगारी नहीं है। चीन में आवश्य ही रोजगार की समस्या नहीं है। वियतनाम में रोजगार की समस्या नहीं है। इसलिए ग्रह पर ऐसी जगहें हैं जो बेरोजगारी से नहीं जूझ रही हैं।
इस समस्या का एक कारण समझ आता है। अगर आप संयुक्त राज्य अमेरिका को देखें,1940, 50 और 60 के दशक में तो वे विश्व स्तरिये उत्पादन का केंद्र थे। यहाँ जो कुछ भी बनता था, कार, वॉशिंग मशीन, टीवी, सब संयुक्त राज्य अमेरिका में बनाया जाता था। उत्पादन संयुक्त राज्य अमेरिका से चला गया। यह कोरिया गया, यह जापान गया।
आखिरकार, यह सब कुछ चीन चला गया। अगर आप आज भी देखें, तो चीन वैश्विक उत्पादन के क्षेत्र पर हावी है… तो इसमें कोई बड़ी बात नहीं है पश्चिम, अमेरिका, यूरोप और भारत ने उत्पादन के विचार को छोड़ दिया है और उन्होंने इसे चीन को सौंप दिया है। उत्पादन का कार्य रोजगार पैदा करता है। हम जो करते हैं, जो अमेरिकी करते हैं, जो पश्चिम करता है, वह यह है कि हम उपभोग को व्यवस्थित करते हैं,” उन्होंने कहा।
सत्तारूढ़ भाजपा ने श्री गांधी की टिप्पणी की निंदा की और कहा कि वह भारतीय लोकतंत्र पर एक “काला धब्बा” हैं।
भाजपा के गौरव भाटिया ने मीडिया से कहा, “हर कोई जानता है कि राहुल गांधी एक अपरिपक्व और अंशकालिक नेता हैं। लेकिन विपक्ष के नेता बनने के बाद से लोगों ने उनके कंधों पर एक बड़ी जिम्मेदारी डाल दी है।” उन्होंने कहा, “लेकिन मुझे यह कहते हुए दुख हो रहा है कि राहुल गांधी भारतीय लोकतंत्र पर एक काला धब्बा हैं। उन्हें यह भी नहीं पता कि जब वह किसी विदेशी देश में जाते हैं तो क्या बात करनी है।”
सत्तारूढ़ भाजपा ने श्री गांधी की टिप्पणी की निंदा की और कहा कि वह भारतीय लोकतंत्र पर एक “काला धब्बा” हैं।
भाजपा के गौरव भाटिया ने मीडिया से कहा, “हर कोई जानता है कि राहुल गांधी एक अपरिपक्व और अंशकालिक नेता हैं। लेकिन विपक्ष के नेता बनने के बाद से लोगों ने उनके कंधों पर एक बड़ी जिम्मेदारी डाल दी है।” उन्होंने कहा, “लेकिन मुझे यह कहते हुए दुख हो रहा है कि राहुल गांधी भारतीय लोकतंत्र पर एक काला धब्बा हैं। उन्हें यह भी नहीं पता कि जब वह किसी विदेशी देश में जाते हैं तो क्या बात करनी है।”
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भाजपा के कटाक्षों का जवाब देते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि राहुल गांधी ने कभी भारत को बदनाम नहीं किया है। उन्होंने कहा, “उन्होंने (राहुल गांधी) कभी भारत को बदनाम नहीं किया है और न ही कभी करेंगे, यह हमारा वादा है। भाजपा वालों को बहाने की जरूरत है और वे हर समय ऐसे मुद्दे उठाते रहते हैं।”