गले में पट्टिका पहनकर ‘सेवादार’ के रुप में सुखबीर बादल ने स्वर्ण मंदिर में सजा काटी पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल को क्यूँ हुई सजा पूरा मस्ला समझते हैं।
सुखबीर बादल को अकाल तख्त द्वारा ‘सेवादार’ के रूप में कार्य करने की सजा दी गई है तथा कई गुरुद्वारों में रसोईघर और शौचालय की सफाई का काम सौंपा गया है।
‘सेवादार’ के रुप में सुखबीर बादल ने स्वर्ण मंदिर में सजा काटी
पंजाब के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने बेअदबी के मामले में सिखों की सर्वोच्च संस्था द्वारा उन्हें दी गई धार्मिक सजा काटनी शुरू कर दी है। अकाली दल के प्रमुख आज सुबह अमृतसर में स्वर्ण मंदिर के प्रवेश द्वार पर व्हीलचेयर पर बैठे थे, उनके गले में एक पट्टिका थी और हाथ में एक भाला था, जैसा कि तस्वीरों में दिखाया गया है। अकाली दल के वरिष्ठ नेता बिक्रम सिंह मजीठिया, जो श्री बादल के रिश्तेदार हैं, ने भी स्वर्ण मंदिर में बर्तन धोकर अपनी सजा शुरू की।
Sukhbir Badal at Sri Darbar Sahib Complex to serve day 1 of Tankhah. pic.twitter.com/LSoUxVBOzY
— ⭐️⭐️⭐️⭐️⭐️Saka Nakodar:4Feb86 ਸਾਕਾ ਨਕੋਦਰ:੪ਫ਼ਰਵਰੀ੮੬ (@sakanakodar) December 3, 2024
पंजाब: शिरोमणि अकाली दल के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने कल श्री अकाल तख्त साहिब द्वारा उन्हें सुनाई गई धार्मिक सजा के बाद अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में बर्तन धोए।
‘सेवादार’ के रूप में सजा के तौर पर स्वर्ण मंदिर में काम करने को मिला जिसमें बर्तन और जूते साफ करने का निर्देश शामिल है। अकाल तख्त की अदालत ने उन्हें 2007 से 2017 तक पंजाब में शिरोमणि अकाली दल द्वारा उसकी सरकार की तरफ से होनें वाली ‘गलतियों’ का हवाला देते यह सजा सुनाई।
‘सेवादार’ के रुप में सुखबीर बादल ने स्वर्ण मंदिर में सजा काटी
#WATCH | Punjab: Shiromani Akali Dal leader Bikram Singh Majithia washes utensils at Golden Temple in Amritsar following the religious punishment pronounced for him by Sri Akal Takht Sahib yesterday.
The punishment includes a directive to perform as a ‘sewadar’ and clean… pic.twitter.com/oWqmMPDlki
— ANI (@ANI) December 3, 2024
शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) के पूर्व अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल मंगलवार (3 दिसंबर, 2024) की सुबह’सेवादार’ के रुप में सुखबीर बादल ने स्वर्ण मंदिर में सजा काटी अपने तपस्या के पहले दिन अमृतसर के स्वर्ण मंदिर पहुंचे। पैर में फ्रैक्चर होने के कारण व्हीलचेयर पर बैठे हुए वे गले में पट्टिका पहने हुए दिखाई दिए।
अकाल तख्त द्वारा उन्हें अगस्त महीने में ‘तनखैया’ (धार्मिक दुराचार का दोषी) घोषित किए जाने के बाद यह घोषणा की गई थी, जिसमें उन्हें धार्मिक दंड की घोषणा की गई थी। 2007 से 2017 तक पंजाब के उपमुख्यमंत्री रहे बादल अब स्वर्ण मंदिर में ‘सेवादार’ का काम करेंगे – बर्तन धोना, जूते और बाथरूम साफ करना।आज भी उन्हें सेवादार के रुप में सुखबीर बादल ने स्वर्ण मंदिर में सजा काटी।
श्री बादल को 2015 में गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी के मामले में डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम का पक्ष लेने के जुर्म में अकाल तख्त द्वारा ‘सेवादार’ के रूप में कार्य करने की सजा दी गई थी। कई गुरुद्वारों में रसोई और शौचालय की सफाई का काम सौंपा गया था।
कल सिखों के पांच महापुरोहितों ने ‘तनखाह’ की अवधि घोषित की, जो दुराचार के लिए धार्मिक दंड है। अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने भी अकाली दल की कार्यसमिति से पार्टी प्रमुख के रूप में श्री बादल का इस्तीफा स्वीकार करने को कहा है।
श्री बादल के साथ अकाली दल के नेता और कोर कमेटी के और भी सदस्य, जो 2015 में कैबिनेट सदस्य थे, को दोपहर से एक घंटे के लिए उन्हें … स्वर्ण मंदिर में शौचालय साफ करने का निर्देश दिया गया है। वे सफाई ड्यूटी के बाद स्नान करेंगे और लंगर परोसेंगे।
उनके पिता और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय प्रकाश सिंह बादल से भी फख्र-ए-कौम (सिख समुदाय का गौरव) सम्मान छीन लिया गया है, जो समुदाय के लिए सेवाओं के लिए उन्हें 2011 में प्रदान किया गया था।
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