ईद का स्वागत आमतौर पर खुशी और उत्साह के साथ किया जाता है। यह एक इस्लामी त्यौहार है जो रमज़ान के अंत को ईद-उल-फितर के रूप में दर्शाता है।
दुनिया भर के मुसलमान इस्लामी पवित्र पाक में महीने रमज़ा न को अलविदा कह रहे हैं और जल्द ही ईद-उल-फ़ितर की छुट्टी मनाना शुरू कर देंगे। ईद का स्वागत आमतौर पर खुशी और उत्साह के साथ किया जाता है और इसे सामूहिक प्रार्थना और उत्सव के साथ मनाया जाता है जिसमें मुख्यरूप से परिवार के साथ मिलना, मिलना-जुलना, सैर-सपाटा और नए कपड़े पहनना तथा मुबारक देना शामिल होता है।
मुस्लिमों के उपवास के महीने के अंत को याद करने वाली ईद-उल-फ़ित्र की छुट्टी से पहले राजधानी शहर से बड़े पैमाने पर लोग अपने घर लो पलायन कर रहे हैं पलायन के दौरान लोग बहुत अपने गृह नगरों तक पहुँचने के लिए बस का इंतज़ार कर रहे हैं, इंडोनेशिया के जकार्ता से आई तस्वीर में जिसमें बस टर्मिनल पर बैठे अपनी बरी का इंतजार करते हुए देखा गया।
ईद-उल-फितर क्या है और मुसलमान इस त्योहार को कैसे मनाते हैं?

ईद-उल-फ़ित्र क्या है?
यह एक इस्लामी त्यौहार है जो रमज़ान के अंत को दर्शाता है, वह महीना जब श्रद्धालु मुसलमान सुबह से शाम तक रोज़ा रखते हैं। रमज़ान में इबादत, दान और अच्छे कामों को बढ़ाने का समय होता है। इस दौरान आम तौर पर रोज़ा खोलने के लिए उत्सव मनाया जाता है।
खुशीओं और सौहार्द के बीच मनाया जाने वाला इस त्यौहार ने आपसी भेद भाव को समाप्त कर समाज सेवी समीन अहमद ने सामूहिक भोज का इफ़्तार पार्टी के रूप में निमंत्रण दी।

ईद-उल-फ़ित्र का मतलब है रोज़ा खोलने का त्यौहार भारत में इसे कैसे मनाया जाता है ?
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रमजान के बाद की खुशी: रमजान के महीने में रोजे रखने के बाद ईद उल-फित्र का त्योहार मनाया जाता है। इस दिन, मुसलमान सुबह जल्दी उठकर नहा धोकर, साफ-सुथरे कपड़े पहनते हैं और मस्जिद या खुले स्थान पर नमाज अदा करते हैं।
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ईद की नमाज: ईद की सुबह सबसे पहले ईद की विशेष नमाज अदा की जाती है। यह नमाज आमतौर पर मस्जिदों में या खुले मैदानों में होती है। इस नमाज में आमतौर पर बड़ी संख्या में लोग एक साथ शामिल होते हैं।
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ज़कातुल-फित्र ( जकात निकलना): आर्थिक रूप से संपन्न व्यक्ति को जकात निकलना वाजिब है सभी को अपनी जमा पूंजी धन के अनुसार,जिसमें सोन, चांदी तथा अन्य सामग्री उसके कीमत का ढाई प्रतिशत जकात के रूप में निकाला जाता है। यह दान गरीबों और ज़रूरतमंदों को ईद के दिन देने के लिए होता है ताकि वे भी ईद की खुशियों का हिस्सा बन सकें।
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खाना-पीना और मिठाईयां: इस दिन विशेष व्यंजन बनाए जाते हैं। मीठी डिश, जैसे कि सेवइयां, कुंडा, बिरयानी, और अन्य खास व्यंजन परिवार और मित्रों के साथ बांटे जाते हैं। मिठाईयां और पकवानों के अलावा, कुछ लोग घर पर मेहमानों को बुलाकर उन्हें ईद की खुशी में शरीक करते हैं।
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खुशियों का आदान-प्रदान: ईद के दिन लोग एक-दूसरे को गले लगाकर शुभकामनाएं देते हैं। “ईद मुबारक” कहना आम प्रथा है। परिवार और मित्रों के साथ समय बिताना, तोहफे देना और खुशियां बांटना इस दिन की खासियत है।
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नई पोशाक पहनना: इस दिन लोग खासतौर से नई और साफ-सुथरी पोशाक पहनते हैं। यह दिन उनके लिए एक नए शुरुआत और खुशी का प्रतीक होता है।
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सामाजिक मेल-मिलाप: ईद के दिन सामाजिक मेल-मिलाप और एकता को बढ़ावा दिया जाता है। गरीबों और जरूरतमंदों की मदद करने पर जोर दिया जाता है, ताकि यह पर्व सभी के लिए खुशी का अवसर बने
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ईद-उल-फ़ितर कब है? ईद-उल-फितर क्या है और मुसलमान इस त्योहार को कैसे मनाते हैं?
इस्लाम में चंद्र कैलेंडर का पालन किया जाता है और इसलिए रमज़ान और ईद मौसमों के अनुसार आते हैं। इस साल, ईद-उल-फ़ितर का पहला दिन 30 मार्च या उसके आसपास होने की उम्मीद है; सटीक तारीख देशों और मुस्लिम समुदायों के बीच अलग-अलग हो सकती है।
ईद-उल-फ़ितर से जुड़ी कुछ परंपराएँ और रीति-रिवाज़ क्या हैं? अलग अलग देशों में किस प्रकार ईद-उल-फ़ित्र मनायाकरते हैं।
इंडोनेशिया: कई लोग अपने प्रियजनों के साथ छुट्टी मनाने के लिए अपने गृहनगर की ओर पलायन करते हैं, जिसे स्थानीय रूप से “मुदिक” के रूप में जाना जाता है।
हाल ही में ईद के जश्न में, इंडोनेशियाई लोग हवाई अड्डों पर भीड़ लगा रहे हैं या ट्रेनों, फ़ेरी, बसों और मोटरसाइकिलों पर सवार होकर अपने गाँवों में वापस लौट रहे हैं, ताकि वे अपने परिवारों के साथ छुट्टी मना सकें।
छुट्टियों से पहले, लोकप्रिय बाज़ार कपड़े, जूते, कुकीज़ और मिठाइयाँ खरीदने वाले खरीदारों से भरे हुए हैं।
मलेशिया : मुसलमानों में ईद के लिए घर वापसी की परंपरा भी है। पहला दिन आमतौर पर मस्जिद में सुबह की प्रार्थना के साथ शुरू होता है, परिवार और दोस्तों से माफ़ी मांगते हैं, और प्रियजनों की कब्रों पर जाते हैं।
एक “खुले घर” की भावना होती है जिसमें दोस्त और परिवार ईद मनाने के लिए आते हैं और पारंपरिक व्यंजनों जैसे कि केटुपत, ताड़ के पत्ते की थैली में पका हुआ चावल और रेंडांग, मसालों में पका हुआ मांस का व्यंजन और नारियल के दूध में पकाया जाता है।
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बड़े मुसलमान अपने घर आने वाले बच्चों और मेहमानों को हरे रंग के पैकेट में पैसे देते हैं।
मिस्र में: परिवार उत्सव के माहौल में ईद की नमाज़ पढ़ते हैं। कई लोग रिश्तेदारों, दोस्तों या पड़ोसियों से मिलने जाते हैं और कुछ छुट्टी मनाने के लिए जाते हैं। बच्चे, जो आमतौर पर ईद के लिए नए कपड़े पहनते हैं, उन्हें पारंपरिक नकद उपहार मिलते हैं जिन्हें “ईदिया” कहा जाता है।
देश में ईद के मौके पर चीनी पाउडर से सजी कुकीज़ बनाना या खरीदना भी त्योहार मनाने का एक और तरीका है।
संयुक्त राज्य अमेरिका: जहाँ मुसलमान जातीय और नस्लीय रूप से विविध अल्पसंख्यक हैं, बहुत से लोग ईद की नमाज़ और बच्चों और परिवारों के लिए मज़ेदार गतिविधियों वाले त्यौहारों के लिए एक साथ आते हैं। इनमें अक्सर चेहरे पर पेंटिंग और गुब्बारे उड़ाने जैसी चीज़ें शामिल होती हैं।
(अस्वीकरण: प्रमुख उल्लेख किसी व्यक्ति विशेष के भावना को आहत नहीं करना चाहता। स्रोतों के माध्यम से एकत्रित जानकारी के आधर पर लिखी गई है @experssupdate की नहीं )
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